Tuesday, 25 December 2007
Suitur
जो सूट करे वो सूटर! अब आप को क्या सूट करता है, क्या अच्छा लगता है यह तो आप ही बतायेगे ना आप इसे अपनी पसन्द भी कह सकते है वस्तुतः जनसाधारण से लेकर के राजा महाराजा किंवा ऋषी-मुनी तक सभी लगे रहे कि क्या उन्हें सूट कर रहा है , क्या उन्हें अच्छा लगता है अब आप बताइये कि आप को क्या अच्छा लगता है ? इस ब्लाग में हम आप को कुछ ऐसा बताने का प्रयास करेंगे कि जो आप को अच्छा लगे पसन्द हमारी ही होगी पर आप को भी पसन्द आयेगी बशर्ते आप को भारतीयता में रुची रहे
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5 comments:
I liked this style of Blog. This is a very good effort to collect the views of several persons on various subjects.
I am basically interested in the works that relate directly to the development of the common man of India, no matter which field. It is very hard describe in big detail but yes, it is with me....
But I think, The first problem is to make the common man totally literate...
According to myself that Indian Culture is at the adge of removing so thats why,this is the right time to take a step for secure our indian culture in our society or you can say that in the heart of human being.your welcome.
स्वागतम्
नमस्ते, आपकी ये शुरुआत सराहनीय है.भविष्य के लिए आप को शुभकामनाए.
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